रानीगंज- लगभग 80 साल प्राचीन कोलकाता पिंजरापोल सोसाइटी के अंतर्गत चलने वाली रानीगंज गौशाला के प्रबंधकीय समिति का निर्वाचन पश्चिम बर्दवान लोकसभा निर्वाचन के पश्चात 16 मई को संपन्न होगी. यह जानकारी इस निर्वाचन के मुख्य आयुक्त राजीव जैन ने देते हुए बताया कि निर्वाचन में कुल 778 मतदाता 19 उम्मीदवारों को अपना मत देकर उन्हें निर्वाचित करेंगे. , गौशाला संविधान के अनुसार 25 सदस्य कमेटी गठित होगी . यह कमेटी 2 साल के लिए होगी एवं इस कमेटी में 19 जीते हुए प्रत्याशी के साथ-साथ दो एक्सऑफिस्यो अध्यक्ष एवं सचिव के अलावा चार सदस्यों की कोऑप्शन की जाएगी. उन्होंने बताया कि इस निर्वाचन के नामांकन जमा करने की अंतिम तिथि 2 मई को संध्या 7:00 बजे तक होगी जबकि नॉमिनेशन पेपर के स्कूटनी का कार्य 3 मई को की जाएगी, नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 6 मई को होगी जबकि 16 मई गुरूवार को निर्वाचन प्रातः 9:00 बजे से अपरान्ह 4:00 बजे तक चलेगी एवं मतगणना की प्रक्रिया भी उसी दिन संपन्न होगी .निर्वाचन में उनके साथ सहायक निर्वाचन अधिकारी के रूप में पंकज महेश्वरी और जितेंद्र सिंघानिया होंगे . रानीगंज गौशाला के वर्तमान अध्यक्ष ललित खेतान ने बताया कि रानीगंज गौशाला कोलकाता पिंजरापोल सोसाइटी अंतर्गत संचालित है .वर्तमान में इसमें 362 गोवंश है 2018- 20 के पश्चात 2 वर्ष कोरोना काल के लिए निर्वाचन नहीं हो पाई ,वहीं 1 वर्ष किसी कारणों से निर्वाचन संपन्न हो नहीं हो पाई थी. 5 वर्षों के पश्चात इस वर्ष लोकतांत्रिक प्रक्रिया से निर्वाचन संपन्न होगी. उन्होंने निर्वाचन को लेकर प्रसन्नता जताते हुए कहा किसी भी संस्था में समय-समय पर निर्वाचन होना अत्यंत आवश्यक है, एवं रानीगंज शहर की परंपरा रही है लगभग सभी संस्थाओं में यहां पर समय-समय पर निर्वाचन होते आई है ,एवं यहां के संस्थाओं में लोग उत्साहित होकर निर्वाचन में हिस्सा लेते हैं. उन्होंने बताया कि रानीगंज के गौशाला के पूरे टीम जिस लग्न एवं उत्साह से समर्पित होकर गोवंशों की सेवा करते आ रहे हैं यह परंपरा सदैव जारी रहनी चाहिए. आपको बता दें की वर्तमान में रानीगंज गौशाला के अध्यक्ष ललित खेतान एवं सचिव विमल लोहिया है. 2014 से 2016 तक ललित खेतान सचिव पद पर विराजमान थे, तत्पश्चात 2016 से अध्यक्ष एवं 2018 के निर्वाचन के पश्चात से ही वह अब तक अध्यक्ष पद संभाले हुए हैं,एवं उनके कार्यकाल में रानीगंज गौशाला का बहुमुखी प्रगति हुई है,जिसके कारण आज पूरे बंगाल में अपना सुनाम अर्जित किया है.
0 Comments