रानीगंज- रानीगंज के मंगलपुर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित शुभदर्शिनी अस्पताल में शुक्रवार के प्रातः एक सुरक्षा गार्ड की शव मिलने के बाद हड़कंप मच गया है. शुक्रवार सुबह अस्पताल के अस्थायी सुरक्षा गार्ड आवास में 43 वर्षीय परान गोप का लटका हुआ शव मिलने से सनसनी फैल गई. परान गोप, जो रानीगंज के एगरा ग्राम पंचायत के काको डांगा के निवासी थे, गुरुवार रात ठेका कंपनी के माध्यम से अस्पताल में नाइट ड्यूटी पर थे.
शुक्रवार की सुबह जब अन्य सुरक्षा गार्ड वहां पहुंचे, तो उन्होंने परान गोप का शव लटका हुआ पाया. इसकी सूचना तत्काल अस्पताल अधिकारियों को दी गई, जिन्होंने रानीगंज थाने की पंजाबी मोड़ चौकी पुलिस को सूचित किया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है.
शनिवार को परान गोप के परिजनों तथा काको डांगा ग्रामवासी ने अस्पताल के सामने शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों में संदीप गोप कहा की मृतक के परिवार के लिए उचित मुआवजे और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की व्यवस्था करनी होगी. उनका दावा है कि सुरक्षा गार्ड की मौत अस्पताल में काम करने के दौरान हुई है, और भले ही मौत का रहस्य जांच के बाद सामने आए, अस्पताल अधिकारी इस घटना के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि उन्होंने ही सुरक्षा गार्ड को सुरक्षा के लिए तैनात किया था..इसलिए अस्पताल अधिकारियों को मुआवजा देना अनिवार्य है.
मृतक के परिजनों ने रानीगंज थाने में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने इस घटना को हत्या करार दिया है और अप्रत्यक्ष रूप से अस्पताल अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसी को भी जिम्मेदार ठहराया है.
प्रदर्शन के दौरान, अस्पताल अधिकारियों ने शनिवार को मृतक सुरक्षा गार्ड के परिवार के एक सदस्य को ठेका एजेंसी के माध्यम से नौकरी देने का वादा किया. हालांकि, उन्होंने किसी भी प्रकार का मुआवजा देने में असमर्थता जताई.इस बात को लेकर दोपहर से शाम छह बजे तक अस्पताल के गेट पर शव रखकर विरोध प्रदर्शन जारी रहा.
शाम 6 बजे तक अस्पताल अधिकारियों की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिलने और सिर्फ नौकरी के आश्वासन पर, प्रदर्शनकारियों ने अपना विरोध समाप्त कर दिया. इस विरोध प्रदर्शन के दौरान गोवाला समाज के राज्य अध्यक्ष नयन गोप, महिला नेत्री पिंकी गोप, भोलानाथ मंडल,अभिक कुमार,परिमल माजी ने किया.
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