आसनसोल : आदिवासियों के लिए पहले की तरह 1871 से 1941 तक जैसा अलग स्वतंत्र धर्म कोड के पुनः नत्थीकरण के मांग पर शनिवार को आसनसोल के रविंद्र भवन में सर्व आदिवासी कन्वेंशन आयोजित किया। जिसमें विभिन्न जगहों के सभी गोष्टी के आदिवासी शामिल हुए। इस दौरान आदिवासी नेता मोतीलाल सोरेन ने बताया कि 1931 में धर्म कलाम कोड में आदिवासियों के लिए अलग ट्राइबल रिलिजन बनाया गया था। जिसे 1941 में निरस्त कर दिया गया। हमलोग सभी आदिवासी मिलकर पुनः उस पुराने धर्म कोड की वापसी चाहते हैं। इसके लिए हम लोग आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं। हमलोग सर्वसम्मति से इस फैसले पर अडिग है कि सभी आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए वह धर्मकोड जरूरी है इसलिए इस मांग के खिलाफ कोई भी स्वर ना उठे। इसमें सभी आदिवासियों का सहयोग मिलना चाहिए। कन्वेंशन में मुख्य वक्ता के रूप में नित्यानंद हेंब्रम, देवकुमार थान, डॉ सूरज प्रसाद साह (गोंड), आनंदमोहन कोड़ा, भरत खरवार ने इस विषय पर अपने व्यक्तित्व रखे।









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