चिकित्सा सेवा बहाल हेतु अस्पताल प्रबंधन पर बढ़ रहा दबाव
मरीजों को चिकत्सा न मिलने का विरोधी दल ने लगाया आरोप
दुर्गापुर: दुर्गापुर बिधाननगर महकमा अस्पताल में कोविड के बढ़ते प्रभाव से कई चिकित्सक, नर्स एवं कई अस्पताल कर्मी संक्रमित हो जाने की पुष्टि होने से चिकित्सा सेवा चरमरा गई है. अस्पताल प्रबंधन की ओर से कर्मियों की संख्या कम रहने के बावजूद भी चिकित्सा सेवा बहाल रखने की पुरजोर कोशिश जारी है. सोमवार की शाम की रिपोर्ट के मुताबिक दुर्गापुर बिधाननगर अस्पताल में 4 चिकित्सक 15 नर्स एवं 20 से अधिक अस्पताल कर्मी अस्वस्थ हो गए हैं . जो होमकोरेंइन के अधीन इलाजरत हैं. इसकी जानकारी अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर धीमान मंडल ने दी. श्री मंडल ने बताया कि अस्पताल में वर्तमान समय में सब मिलाकर करीब 350 कर्मी है जिसमें 43 चिकित्सक, 150 नर्सिंग स्टाफ एवं बाकी सामान्य अस्पताल कर्मचारी हैं. मरीजों की बढ़ती संख्या एवं संक्रमण बढ़ने से अस्पताल के चिकित्सक एवं कर्मी संक्रमित हुए हैं . जिन का इलाज चल रहा है .अस्पताल में चिकित्सकों की कम होने के बावजूद भी मरीजों की चिकित्सा सेवा लगातार जारी है. अस्पताल में सभी चिकित्सक मल्टीप्रपस होकर कार्य में जुटे हैं . अस्पताल में चिकित्सक एवं नर्सिंग सभी मिल कर सभी तरह का कार्य कर रहे हैं. वही दूसरी तरफ अस्पताल में चिकित्सा सुविधा में कमी को देख भाजपा एवं तृणमूल के बीच आरोप-प्रत्यारोप लगना शुरू हो गया है . भाजपा के जिला सचिव अभिजीत दत्ता ने आरोप लगाया कि सरकारी अस्पताल महकमा का प्रमुख अस्पताल है. अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था सही ना होने के कारण अस्पताल के कई संक्रमित हो गए हैं. स्वास्थ विभाग चिकित्सा सुविधा बहाल करने में विफल हो गई है. इस बारे में रोगी कल्याण समिति के सचिव तृणमूल जिला नेता उत्तम मुखर्जी ने बताया ले भाजपा गंदी राजनीति कर कर रही है. अस्पताल के चिकित्सक अपनी कार्य को बेहतर से अंजाम दे रहे हैं इस स्थिति में भाजपा को सहयोग करना चाहिए.









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