जामुड़िया -जामुड़िया विधानसभा अंतर्गत औधोगिक क्षेत्र में रेशमी सीमेंट करखाना लग रहा है.जिससे स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल है, परंतु इससे कुछ लोग दुखित भी हैं. शहरी एवं पंचायत क्षेत्रो में कुल एक दर्जन से अधिक लौह इस्पात के कारखाने है वर्तमान समय में राज्य की मुख्यमंत्री की अथक प्रयास से देश की अग्रणी औधोगिक घराना रेशमी सीमेंट भी जामुड़िया औधोगिक क्षेत्र के हिजलगोडा में अपना उधोग स्थापित करने जा रही है. इस उधोग में लौह अयस्क कारखाने के साथ साथ सीमेंट, सरिया, फर्निश, पावर प्लांट के साथ साथ कई छोटे छोटे इकाई कार्य करेंगे. इसके लिए जमीन का अधिग्रहण के साथ साथ प्लांट की चारदीवारी का कार्य आरंभ हो गया है. किंतु चारदीवारी के कार्य आरंभ के समय में ही कंपनी के ऊपर स्थानीय लोगों का गुस्सा भी साफ देखा जा रहा है. कारण यह है कि स्थानीय लोगों का आरोप है कि कारखाना प्रबंधन की ओर से जोर जबरदस्ती जमीन का घेरा बंदी किया जा रहा है. इसे लेकर कई बार बमबाजी की की घटना घटी है. बीते दिनों इस समस्या का समाधान को लेकर स्थानीय ग्राम वासियों के साथ कई बार बैठक किया था, किंतु इसका कोई नतीजा नहीं निकला था बुधवार की सुबह भी जामुड़िया थाना के अधिकारियों ने ग्राम वासियों के साथ बातचीत किया था किंतु नतीजा ढाक के तीन पात साबित हो गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि कारखाना का निर्माण होना चाहिए किंतु किसी की जमीन को जबरन दखल नहीं होने देंगे. वही स्थानीय लोगों के मुताबिक अगर इसे लेकर कोई भी लोग आवाज उठाते हैं ,तो उनके आवाजो को धमकी देकर दबा दिया जाता है.









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