रानीगंज-कोयलांचल के उद्योगपति समाज सेवी एवं पर्यावरण प्रेमी 79 वर्षीय ओमप्रकाश गनेड़ीवाला का निधन रविवार की शाम को राम बागान स्तिथ उनके आवास में हो गयी. वह अपने पीछे दो पुत्र एवं एक पुत्री सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गये. उनके पार्थिव शरीर को उनकी इच्छा अनुसार मेजिया दामोदर नदी के किनारे छोड़ कर सीआरसोल ग्राम स्तिथ अति प्राचीन शमशान घाट में ले जाया गया जहां उनके दो पुत्र राजीव एवं संजीव ने हिंदू रीति से अपने पिता का दाह संस्कार किया.भारी संख्या में लोग उनके शव यात्रा में शामिल होकर उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की. स्वर्गीय ओम प्रकाश गनेड़ीवाला का योगदान समाज में काफी रहा है. कई स्कूल कॉलेज एवं मंदिर तथा अन्य सामाजिक संस्था के निर्माण में उनका बहुमूल्य योगदान रहा है. पर्यावरण के प्रति उनका सैदेव से काफी लगाव रहा.
अपने करोड़ों रुपए की जमीन पर वह जैविक खाद के द्वारा सब्जी एवं फल की खेती खुद किया करते थे, एवं यहां उगे सब्जी एवं फल लोगों के घर-घर तक निशुल्क पहुंचाते रहना उनका शौक था.उनका जीवन काफी प्रेरणा दायक है,उन्होनो अपने जीवन के क्षेत्र में मामूली आटा चक्की के व्यवसाय से शुरू करके महेश्वरी माइनिंग नामक विशाल कंपनी बनाई, जिसका नाम आज पूरे भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी जाना जाता है. पिछले कुछ दिनों से वह बीमार चल रहे थे. रानीगंज के पूर्व विधायक रुनु दत्ता,श्री सीताराम जी मन्दिर कमिटी के अध्यक्ष विमल बाजोरिया सहीत अन्य समाजसेवियों तथा लोगो ने उन्हें श्रद्धांजलि दिए. रानीगंज के पूर्व विधायक रुनु दत्ता ने कहा कि उनकी रिक्तता को कभी पूर्ति नहीं कि जा सकती है,उनके निधन से एक युग का अवसान हो गया,वह भले ही शारीरिक रूप से लोगो के बीच नहीं रहें,पर उनका कर्तव्य निष्ठा उनका लोगो के प्रति स्नेह सैदेव दिल में रहेगी.









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