आसनसोल : केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए नए कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली के सीमा पर संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किए जा रहे आंदोलन के बरसी पर शुक्रवार को एसयूसीआई के द्वारा एक अभिनंदन जुलूस निकाला गया।यह जुलूस गिरजा मोड़ से शुरू होकर नगर निगम मोड़ के पास जाकर समाप्त हुई। इस मौके पर पार्टी के एक पदाधिकारी बबला राय ने कहा कि काले तीन कृषि कानून के खिलाफ देश के किसानों के द्वारा धारावाहिक रूप से आंदोलन करने का आज 1 वर्ष पूरा हो रहा है। उन किसानों को अभिनंदन करने के लिए आज यह जुलूस निकाला गया है। क्योंकि किसानों ने पूरे देश को यह दिखा दिया कि जिस मोदी सरकार को तानाशाह कहा जाता था। सभी लोग यह मान लिए थे कि मोदी जो निर्णय ले लेता है। वह वापस नहीं होता। किसानों ने अपने लगन दुढ़ प्रतिज्ञा से इस मिथक को तोड़ दिया। किसानों के आंदोलन से केंद्र के मोदी सरकार को झुकना पड़ा। अपने फैसले वापस लेने पड़े। कैबिनेट में भी इस प्रस्ताव को पारित कर दिया गया कि केंद्र ने जो 3 नए कृषि कानून लाए हैं। उसे वापस ले लिया जाएगा। लेकिन किसान अपनी आंदोलन को अभी भी समाप्त नहीं करेंगे। क्योंकि शीतकालीन सत्र में केंद्र सरकार बिजली बिल 2021 लेकर आ रही है। जो जनहित में नहीं है। इसके अलावा किसानों की मांग है कि सरकार एमएसपी के लिए सरकार कानून बनाए। यह आम जनता के लिए भी सीख है कि जिस तरह मोदी सरकार केंद्रीय संपत्तियों को बेच रही है। रोजगार खत्म हो रहा है। यदि आम जनता भी किसानों की तरह लगातार संघर्ष करें। तो सरकार के द्वारा जो जनविरोधी नीतियां लाई जा रही है। सरकार उसे वापस लेने के लिए बाध्य होगी।









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