आसनसोल : आसनसोल गुरुनानक गुरुद्वारा के नए भवन का उद्घाटन शुक्रवार को सिक्ख धर्म के नियमानुसार किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पंच प्यारे की मौजूदगी में जत्थेदार केशगढ़ साहेब ने पुरानी गुरुद्वारा इमारत से श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्रबंधक कमेटी के सहयोग से पालकी साहिब पर सुशोभित कर एवं गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश हुकुमनामा पढ़कर किया गया। इस दौरान आसनसोल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान अमरजीत सिंह भरारा ने कहा तकरीबन 15 महीने पहले इस नए गुरुद्वारे के भवन की नींव पत्थर जत्थेदार अकाल तख्त ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी रख कर गए थे। 15 महीने के अंदर हम लोगों ने तकरीबन 5 करोड़ की लागत से भव्य गुरद्वारा का निर्माण आप सभी संगत के सहयोग से किया है। गुरुद्वारे के निर्माण कार्य में विशेष रुप से इंजीनियर टेक्नीशियन एवं जो गुरुद्वारा साहिब के बनाने वाले कारीगर हैं। जिन्हें विशेष रूप से पंजाब से बुलाया गया है। इनकी मेहनत से शिल्पांचल में गुरुद्वारा साहिब का भव्य रूप दिया है।
इसके बाद कीर्तनी जत्था जो कि अमृतसर हजूरी रागी दरबार साहिब से सिमर प्रीत सिंह, करमजीत सिंह ने गुरबाणी कीर्तन के माध्यम से संगतों को निहाल किया। इसके उपरांत धर्म प्रचार कमेटी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर के हेड प्रचारक जगदेव सिंह ने गुरुद्वारों की महत्ता एवं एवं जगह जगह पर हो रहे कार्यक्रम के बारे में बताया। इसके बाद जत्थेदार केशगढ ़ पंजाब ज्ञानी रघुवीर सिंह जी ने अपने प्रवचन के माध्यम से गुरु के इतिहास एवं गुरुद्वारे की क्यों जरूरत है इस पर विचार रखा।









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