आसनसोल : तीन नये कृषि बिल के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले में पिछले 18 माह से प्रदर्शन कर किसान नेताओं ने यह अपील किया था कि दशहरे के अवसर पर जिस तरह रावण का पुतला दहन किया जाता है। उस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह एवं तीन नये कृषि बिल का पुतला सभी किसान अपने-अपने राज्यों जिला और कस्बों में दहन कर केंद्र सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराएं। इसी रणनीति के तहत शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा, बर्नपुर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी एवं अन्य कृषक संगठन की ओर से प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का पुतला दहन किया गया। यह कार्यक्रम बर्नपुर गुरुद्वारा के समीप किया गया।इस मौके पर कल्लोल राय, सुरेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे। सुरेंद्र सिंह ने बताया कि दिल्ली के सीमा पर कृषि कानून के खिलाफ पिछले डेढ़ साल से जो किसान आंदोलन कर रहे हैं उन्होंने यह अपील किया है कि जिस तरह से बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में रावण का पुतला दहन किया जाता है। इस वर्ष रावण की जगह बुराई के प्रतीक कृषि कानून, और इसके लाने वाले मुखिया नरेंद्र मोदी और अमित शाह का पुतला दहन किया जाए। उन नेताओं के अपील पर आज संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का पुतला दहन कर लोग अपना विरोध प्रकट कर रहे हैं। ताकि सरकार अभी भी होश में आए और किसानों के मांगों को मानकर कृषि कानून को रद्द करें।









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